कुछ ईश्वर थे जिन्हें महल मिले
कुछ ईश्वर हुए जिनको शरण मिले
कुछ ईश्वर ऐसे भी थे जिन्हें शरणार्थी शिविर मिले
कुछ ईश्वरों ने अपने अपने दूतों को संदेश देकर धरती पे भेजा
कुछ ईश्वरों ने पैगंबर की भूमिका में शानदार प्रदर्शन किए
कुछ ईश्वरों के जुलूस निकले
कुछ ईश्वरों के रथ निकले
कुछ ईश्वर हवन पूजन यज्ञ में भागीदार बने
कुछ ईश्वरों को वटवृक्ष में वास मिला
कुछ को जन्नत का आवास मिला
कुछ ईश्वर जिन्हें परमानेंट निवास मिला
कुछ ईश्वर मुफलिसी से उठे और सूली चढ़े
फिर कुछ ने उन्हें सूली समेत गिरिजाघरों में टांगकर रोज याद किया
कुछ ईश्वर राजा की तरह जिए और ईश्वर की तरह अवतरित होते रहे
कुछ ने ईश्वर को पत्रों पत्थरों और शिलाखण्डों में छेनी से छीलकर गढ़ा
कुछ ने ईश्वर की कब्र पे फातिहा तक पढ़ा
कुछ ईश्वर ईश कुछ पैगंबर कुछ देव कुछ परमात्मा कुछ परमेश्वर कुछ परमपिता कुछ भगवान और कुछ इंसानों के बीच ही रहकर रहमान बने रहे।।
कुछ ने किताबों में कुछ ने हरफों में कुछ अदब में कुछ मदद में मशरूफ रहे।
कुछ ईश्वर उसूलों के लिए लड़े और कुर्बान हुए
कुछ ने अपनी मिल्कियत को अपनी वसीयत को नेक बंदों को सौंपकर चले गए।
कुछ ईश्वर अभी भी खुद को खुद ही पर बिना अवतार के गढ़ने की कोशिश में लगे हैं इन्हें ही ईश और राज की कोटि में रखा गया।
अनिल।पुष्कर।।