Category: Poetry
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राजेश जोशी के अवतरण दिवस पर प्रार्थना
कुछ ईश्वर थे जिन्हें महल मिलेकुछ ईश्वर हुए जिनको शरण मिलेकुछ ईश्वर ऐसे भी थे जिन्हें शरणार्थी शिविर मिलेकुछ ईश्वरों ने अपने अपने दूतों को संदेश देकर धरती पे भेजाकुछ ईश्वरों ने पैगंबर की भूमिका में शानदार प्रदर्शन किएकुछ ईश्वरों के जुलूस निकलेकुछ ईश्वरों के रथ निकलेकुछ ईश्वर हवन पूजन यज्ञ में भागीदार बनेकुछ ईश्वरों…
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कविता कैसे पैदा हुई? साहित्य आज तक | कोलकाता
कवि Anil Pushker ने बताया कविता कैसे पैदा हुई? साहित्य आज तक कोलकाता 2024 में अनिल पुष्कर की यह कविता सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.
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सुन रहा है कोई – कविता संग्रह
रुद्रादित्य प्रकाशन से आने वाला : कविता संग्रह की प्रतीक्षा हमने विरोध की तख्तियाँ लटकाए हुए ही मान लिया कि तख्त पलटकर रख देंगे. सो हमने जुबानी खंजर के अलावा कोई मुनासिब पहल अब तलक न की. सोचते रहे ख्यालों में कि तख्त औ ताज मिटा देंगे, जो लगे हैं दाग दामन पर हटा देंगे,…
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वक़्त के दरख़्त पर करमहारे
लड़ो कि लड़ना है जरूरी वे पशु हैं जुगाली से भरे हैं उनके सींगे हैं निकली नुकीली मगर दिमाग से खच्चर हैं। इन खच्चरों को बोझ नहीं उठाना ये अब राजपाठ चाहते हैं इसीलिए सत्ता के गलियारों में पगुरिआते पाए जाते हैं हुकूमत को मरकहे पशु पगुराते मुहँ चाहिए जो उनके इशारों पर सींगे मारने…
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आदिम आवाज़ें और सात सुरों की बारिश पर बातचीत
दिनांक 4अक्टूबर 2020, शाम 05 बजे जनसरोकार मंच टोंक के फेसबुक लाइव कार्यक्रम में हमारे साथ युवा कवि,आलोचक और उपन्यासकार अनिल पुष्कर होंगे। सभी सादर आमंत्रित हैं। निम्न लिंक को क्लिक कर आप जनसरोकार मंच टोंक के लाइव कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं। Here is the link.
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आदिम आवाजें पर जितेन्द्र पात्रो की समीक्षा
“कलम और कविताएं संस्कृति को दर्शाती है, बीते हुए कल को आज से जोड़ती है। बीता हुआ कल ही तो आज की नींव रखता है। जिसकी नींव जितनी मजबूत वह वृक्ष उतना ही विशाल एवं उदार होता है। सफल सामाजिक विकास के लिए भूतकाल से प्रेरणा लेकर यथार्थ को समझना भी ज़रूरी है अनिल पुष्कर…
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राजधानी लोकोदय प्रकाशन से प्रकाशित
इंसान के होने का पहला दस्तावेज़ केवल कविता ही रही । कविता में ही इंसान के वजूद में आने की पहली पहचान मिलती है। अगर आप किसी ब्रह्मांड किसी अन्यान्य सृष्टि और उसके सर्जक को मानते हैं तो उसे भी कविता ही पहली बार मूल अस्तित्व और मूल पहचान के साथ धरती पर लेकर आई।…